कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी से दिल्ली वालों को राहत मिली है। राजधानी में बादलों ने स्तक दी और तेज हवाओं से मौसम सुहाना हो गया है।

Delhi Weather Update: Delhi-NCR Weather News: देश की राजधानी दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पिछले दिनों आई धूल भरी आंधी की वजह से दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता पहले से खराब हुई है। मंगलवार (23 मई) को लगातार तीसरा ऐसा दिन रहा जब दिल्ली-एनसीआर में तापमान 46 डिग्री के पार रहा। अब मौसम विभाग की भविष्यवाणी के मुताबिक बुधवार से मौसम में थोड़ी नर्मी आने की buy tren injectable china strengthens its military संभावना है। मंगलवार की शाम को दिल्ली एनसीआर में आंधी और तेज हवाओं ने लोगों सड़कों पर निकले लोगों के लिए एक गंभीर समस्या खड़ी कर दी। ऐसे में राजधानी के अस्पतालों में सांस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं आईएमडी ने बुधवार को ओले गिरने की संभावना भी जताई है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से बुधवार के बाद आने वाले 4-5 दिनों में मौसम का मिजाज बदलेगा। ये देखते हुए आईएमडी ने तीन दिनों के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गर्मी के मौसम में दिल्ली में बिजली की मांग मंगलवार को बढ़कर 6,916 मेगावाट हो गई, जो इस सीजन में अब तक की सबसे अधिक मांग है। उन्होंने कहा कि शहर में पिछली गर्मियों में बिजली की अधिकतम मांग 7,695 मेगावाट दर्ज की गई थी और इस साल यह 8,100 मेगावाट तक पहुंच सकती है।
नजफगढ़ (46.7 डिग्री सेल्सियस) सहित कुछ स्थानों पर अधिकतम तापमान मंगलवार को लगातार दूसरे दिन 46 डिग्री के स्तर को पार कर गया। दिल्ली के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक है। मध्य दिल्ली के रिज क्षेत्र में पारा 45.1 डिग्री, जाफरपुर में 45.2 डिग्री, नरेला में 45.2 डिग्री, पीतमपुरा में 46.1 डिग्री, पूसा में 45.7 डिग्री और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र पर सक्रिय एक पश्चिमी विक्षोभ बुधवार को उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों में बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाएं लाएगा। इसके परिणामस्वरूप, बृहस्पतिवार तक अधिकतम तापमान कम होकर 36 डिग्री सेल्सियस तक आ जाएगा।
इस महीने की शुरुआत में, मौसम कार्यालय ने मई में उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से कम अधिकतम तापमान और कम लू वाले दिनों की भविष्यवाणी की थी। आईएमडी द्वारा दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन में थोड़ी देरी की आशंका के साथ अधिकतम तापमान लंबे समय तक सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है।
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, भारत में लू जलवायु परिवर्तन के कारण लगातार और अधिक गंभीर होती जा रही हैं। अध्ययन के मुताबिक देश का 90 प्रतिशत से अधिक इलाका “बेहद सतर्कता” वाली श्रेणी या उनके प्रभावों के “खतरे के दायरे” में हैं।